देहरादून। राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय नामी कंपनियों का इस्तेमाल कर बेरोजगार युवाओं को उनमे नौकरी लगाने के नाम पर लाखों की ठगी करने वाले एक अंतरराज्यीय गिरोह के 2 और अभियुक्तो को एसटीएफ ने दिल्ली से गिरफ्तार किया है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ नवनीत सिंहद्वारा जानकारी देते हुये बताया कि मोहब्बेवाला, जनपद देहरादून निवासी शिकायतकर्ता/पीड़ित द्वारा माह जून-2024 में साइबर क्राईम पुलिस स्टेशन देहरादून पर मुकदमा पंजीकृत कराया कि उसके द्वारा नौकरी के लिए आनलाईन naukri.com सर्च किया गया था, जिस पर अज्ञात साइबर ठगों द्वारा पीड़ित को व्हाट्सएप नं0 से फोन कर बताया कि उन्हें naukri.com से आपका सी०वी०/ रिज्यूम प्राप्त हुआ है जिसके लिये पहले आपको रजिस्टेशन चार्ज 14,800/-रुपये का भुगतान करना पड़ेगा।
पीड़ित द्वारा भुगतान करने के बाद lintojacob@hrsuntorybfe.com से इन्टरव्यू के लिए SKYPE से फोन आया तथा उनके द्वारा लगभग 1 घंटे तक टैक्निकल इन्टरव्यू लिया गया और उसके बाद दिनांक 22.11.2023 को फाईनल राउंड के लिए इन्टरव्यू लेने के बाद सलैक्शन हो जाने की बात कहकर दस्तावेज वैरिफिकेशन, जॉब सिक्यिोरिटी, फास्ट ट्रैक वीजा तथा आइलेट्स एग्जाम आदि के नाम पर क्विक सोल्यूशन (क्विक सलूशन) आकाउंट में रुपये जमा कराये गये।
इसके बाद शिकायतकर्ता को बताया गया कि उसके द्वारा आइलेट्स एग्जाम के लिए रजिस्ट्रेशन नहीं किया गया जिस कारण वीजा कैन्सिल किया जा रहा है तथा पीड़ित का पैसा 03 महीने में वापस करने की बात कही गयी। इसके बाद इसी प्रकार पीड़ित को अन्य व्हाट्सएप नं0 से पुनः कॉल आयी व कोका कोला यूके में एवीपी(आपरेशन) में वेकैन्सी होना बताकर फिर से वही रजिस्ट्रेशन, इण्टरव्यू आदि दोहराकर शिकायतकर्ता से पुनः विभिन्न खातों में भुगतान कराकर कुल 22,96,000/- (बाईस लाख छियानवे हजार) रुपये की साईबर ठगी की गई।
उक्त साइबर ठगी के लिये साइबर ठगों द्वारा शिकायतकर्ता की ई-मेल आई0डी0 पर जानी-मानी कम्पनियों के नाम से मिलती जुलती ई-मेल आई0डी0 jacob@carriercocacola.com, lintojacob@hrsuntorybfe.com, support@jobphent.se जो आजकल support@jobphent.com और contact@recuritmentjob.in से सम्पर्क किया गया।
मामले में साइबर थाने के निरीक्षक विकास भारद्वाज के सुपुर्द कर घटना के शीघ्र अनावरण हेतु गठित टीम को समुचित दिशा-निर्देश दिये गये,जिस पर कार्यवाही करते हुये साईबर क्राईम पुलिस द्वारा घटना में प्रयुक्त बैंक खातों/मोबाइल नम्बरों तथा व्हाटसप की जानकारी हेतु सम्बन्धित बैंकों, सर्विस प्रदाता कम्पनी, तथा मेटा एवं गूगल आदि से पत्राचार कर डेटा प्राप्त किया गया । प्राप्त डेटा के विश्लेषण से जानकारी मे आया कि अभियुक्तगणों द्वारा वादी मुकदमा से धोखाधडी से ठगी गयी धनराशि को विभिन्न बैंक खातों में स्थानान्तरित किया गया था।
पूर्व में भी विवेचना के दौरान साईबर थाना पुलिस टीम द्वारा तकनीकी / डिजिटल साक्ष्य एकत्र कर घटना के मास्टर मांइड व मुख्य आरोपियों को चिन्ह्ति करते हुये अभियोग में 03 अभियुक्त गण अलमास आजम, अनस आजम व सचिन अग्रवाल को मेट्रो स्टेशन जनकपुरी वैस्ट दिल्ली से गिरफ्तार किया गया था तथा 03 अभियुक्त गण को 41 ए सीआरपीसी का नोटिस तामील कराया जा चुका है।
साईबर थाना पुलिस टीम द्वारा अभियुक्तों की तलाश जारी रखते हुए गिरफ्तारी हेतु कई स्थानों पर दबिशें दी, किन्तु आरोपी काफी शातिर किस्म के थे जो पुलिस को चकमा देने के उद्देश्य से समय-समय पर अपनी लोकेशन बदलते रहते थे ।
साईबर पुलिस टीम द्वारा अथक मेहनत एवं प्रयास से तकनीकी संसाधनों का प्रयोग करते हुये साक्ष्य एकत्रित कर कार्यवाही करते हुये अभियोग में 02 अन्य अभियुक्त गण 1- रवि ढींगरा(38) पुत्र स्व0 बिशन दास ढींगरा निवासी फ्लैट नं0 2302, टावर ए, 12 एवेन्यू, गौर सिटि, ग्रेटन नोएडा गौतमबुद्धनगर 2- हरपाल सिंह(35) पुत्र स्व0 हरमिन्दर सिंह निवासी डब्लूजेड 734, पदम बस्ती, नागल राय वैस्ट दिल्ली को दिल्ली से गिरफ्तार किया गया जिनके कब्जे से 17 मोबाईल फोन, 03 लैपटॉप व दर्जनों सिम कार्ड बरामद हुए है ।
अपराध में संलिप्तता पाये जाने पर *04 अभियुक्ता गण 1- शिखा वर्मा पुत्री हरि चन्दर वर्मा निवासी G-196, महिन्द्रा एन्क्लेव, शास्त्री नगर थाना कविनगर गाजियाबाद उ0प्र0 2- सोनम ढींगरा पत्नी रवि ढीगरा निवासी फ्लैट नं0 2302, टावर ए, 12th एवेन्यू, गौर सिटि, ग्रेटन नोएडा गौतमबुद्धनगर उम्र 35 वर्ष 3- वर्षा पंवार पुत्री राजकुमार पंवार निवासी म0नं0 507, खसरा नं0 146, टाकिया चौक, निकल पोस्ट ऑफिस बुराड़ी, नॉर्थ दिल्ली उम्र 32 वर्ष 4- मीनू शर्मा माता ऊमा देवी निवासी B-3/A 452 तारा नागर, नगर ककरोला दिल्ली 28 वर्ष को 41ए सीआरपीसी नोटिस तामील कराये गये। उपरोक्त अभियुक्त गण के बैंक अकाउंटों पर सम्पूर्ण भारतवर्ष के विभिन्न राज्यों से भी एनसीआरपी पर शिकायतें दर्ज होना पाया गया है ।
अपराध का तरीका:-
विभिन्न लोगों के द्वारा नौकरी के लिए आनलाईन naukri.com आदि विभिन्न साइटों पर सर्च करने पर साइबर अपराधियों द्वारा सक्रिय होकर फर्जी आई0डी0 पर प्राप्त मोबाइल नम्बरों, व्हाट्सएप, टेलीग्राम एवं जानी मानी कम्पनियों के नाम से मिलती जुलती फर्जी ई-मेल आई0डी0 आदि के माध्यम से ऑनलाइन नौकरी के इच्छुक लोगों से सम्पर्क कर उन्हें पूर्ण विश्वास में लेकर विदेश में नौकरी हेतु दस्तावेज वैरिफिकेशन, रजिस्ट्रेशन, जॉब सिक्यिोरिटी, फास्ट ट्रैक वीजा आदि के नाम पर धोखाधडी की जाती है।
उक्त साइबर अपराधियों द्वारा पीडितों से धोखाधडी कर प्राप्त धनराशि को प्राप्त करने के लिये भोले भाले लोगों के बैंक खातों की डिटेल्स, उनके ऑरिजनल आधार कार्ड, पेन कार्ड आदि लेकर खोले गये फर्जी बैंक खातों में पैसा जमा कराया जाता था तथा विदेशों में बैठे साइबर ठगों की मदद से बाईनेन्स एप्प (जो कि क्रीप्टो ट्रांजेक्सन के लिए यूज होता है) के माध्यम से 1- यूएसडिटी =90 रुपयेभाव पर खरीद कर बाईनेन्स वॉलेट में यूएसडीटी ट्रान्सफर कर दिया जाता है। जहां से इनसे कनैक्टेड विदेशी ठग इन्हें एक यूएसडीटी के लिए 104 रुपये के भाव में इण्डियन रुपया भेजता था और मुनाफे को आपस में बांट लेते थे।
प्रारम्भिक पूछताछ में अभियुक्तगणों द्वारा दुबई, चाईना व पाकिस्तान से कनैक्शन होना स्वीकार किया गया है जिनके सम्बन्ध में इनके मोबाइल फोन में भी व्हाट्सएप, टेलीग्राम के माध्यम से चैटिंग होनी पायी जिसमें आपस में बैंक खातों की यूपीआई आईड़ी, खातों की डिटेल्स, क्यूआर कोड, स्केनर आदि का आदान प्रदान किया गया है इसके अलावा यूएसडीटी क्रिप्टोकरेंसी में एक दूसरे से खातों में भारतीय रुपया का ट्रान्ज़ैक्शन सम्बन्धी चैट्स पाई गयी है ।