ऑपरेशन कालनेमि के तहत 4 अवैध बांग्लादेशी व पॉक्सो का अपराधी गिरफ्तार

POCSO criminals arrested under Operation Kalanemi

देहरादून। बाहरी राज्यों से आकर या किसी अपराध में लिप्त होकर पुलिस को चकमा देकर देवभूमि उत्तराखंड़ में भेष बदलकर भगवा वस्त्र धारण कर ढोंगी बाबा बनकर गरीब व पीड़ित लोगो खासतौर पर महिलाओं की आस्था,डर व भक्ति की भवनाओ से से खिलवाड़ कर उनसे पैसे ऐंठने वालो के खिलाफ उत्तराखंड पुलिस द्वारा चलाये जा रहे ऑपरेशन कालनेमि को शुरू हुए आज डेढ़ महीने हो गए है, जिसकी सफलता पर आज आईजी लॉ एंड आर्डर नीलेश आनंद भरणे द्वारा पुलिस कप्तान देहरादून व हरिद्वार के साथ प्रेस वार्ता आयोजित कर विस्तृत जानकारी दी।

आईजी लॉ एंड आर्डर नीलेश आंनद ने बताया कि उत्तराखंड पुलिस द्वारा सम्पूर्ण राज्य में शुरू किए गए आपरेशन कालनेमि में पुलिस द्वारा अब तक 5500 से अधिक लोगों का सत्यापन किया गया है। इनमें से 14 से अधिक व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया है। वहीं कुल 1182 व्यक्तियों के विरुद्ध निरोधात्मक कार्यवाही अमल में लायी गयी है।

आईजी लॉ एंड आर्डर ने बताया इस अभियान का प्रभाव विशेषकर उन जिलों में अधिक देखा गया, जहाँ बाहरी तत्वों की सक्रियता की सूचना प्राप्त हुई थी। हरिद्वार जिले में अब तक सबसे अत्यधिक 2704 व्यक्तियों का सत्यापन किया गया और उनमें से 3 को गिरफ्तार किया गया। देहरादून जिले में 922 व्यक्तियों का सत्यापन और 5 गिरफ्तारियां की गईं।

इसके अलावा टिहरी, पौड़ी, अल्मोड़ा, नैनीताल और अन्य जिलों में भी पुलिस द्वारा निरंतर कार्यवाही की जा रही है। उन्होंने बताया कि आपरेशन कालनेमि के जरिये उत्तराखंड पुलिस द्वारा साधुओं का भेष धारण कर देवभूमि की छवि को धूमिल करने वालो के खिलाफ कार्यवाही कर प्रदेश की छवि को देवभूमि बनाये रखने को प्रतिबद्धता दर्शाती है। ऑपरेशन कालनेमि” के माध्यम से पुलिस का यह संदेश स्पष्ट है कि समाज और संस्कृति के साथ खिलवाड़ करने वाले तत्वों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्यवाही की जाएगी।

गौरतलब है कि ओपेराशन कालनेमि के तहत दून पुलिस द्वारा सहसपुर क्षेत्र में बंगाली डॉक्टर के रूप मे लंबे समय से रह रहे एक अवैध बांग्लादेशी नागरिक को गिरफ्तार किया था।अभियुक्त के विरुद्ध थाना सेलाकुई पर 14 विदेशी अधिनियम एवं धारा 318(4)/338/336(3)/340 (2) बी०एन०एस० के तहत अभियोग पंजीकृत किया गया है।

वहीं सेलाकुई पुलिस द्वारा एक अभियुक्त इफराज अहमद लोलू पुत्र इकबाल, निवासी अनंतनाग जम्मू हाल डीबीएस कॉलेज सेलाकुई देहरादून, जो अपनी पहचान व धर्म छिपाकर स्वयं को बहुत अमीर बताते लड़कियों को अपने प्रेम जाल में फंसा रहा था, को ऑपेरशन कालनेमि के तहत हिरासत में लिया गया था। अभियुक्त पर अपना धर्म छिपाकर राज आहूजा के नाम से युवतियों को अपनी पहचान बताने तथा खुद को दिल्ली का निवासी बताते हुए अपनी अमीरी का झूठा झांसा देकर अपने प्रेमजाल में फसाने के सम्बंध तथ्य अंकित किये गए थे।

सहसपुर पुलिस द्वारा आपरेशन के तहत क्षेत्र में काले भेष में शनि देव के नाम पर भिक्षा मांगने वाले एक 25वर्षीय युवक को गिरफ्तार किया तो जानकारी व कड़ी पूछताछ में अभियुक्त बांग्लादेशी नागरिक निकला।थाना सहसपुर में अभियुक्त के विरुद्ध धारा-03 पासपोर्ट अधिनियम 1920 एवं धारा 14 विदेशी अधिनियम 1946 बनाम रुकन रकब पंजीकृत करवाया गया। उक्त के फिंगर प्रिंट / दूतावास के माध्यम से उक्त के बांग्लादेशी नागरिक होने के पुष्टि हुयी है।

आपरेशन कालनेमि के तहत ही दून पुलिस द्वारा धर्मान्तरण के दो मामलों का खुलासा किया था जहां पुलिस द्वारा दो युवतियों को गैर धर्म द्वारा जबरन धर्म बदलने व और युवतियो को भी धर्मान्तरण करने हेतु कार्य करने का दबाव बनाया जा रहा था। पुलिस द्वारा उन दोनों युवतियो की काउन्सलिंग कर उनका जबरन धर्मान्तरण करवाने वाले 6 लोगो के खिलाफ धारा 3/5 उत्तराखण्ड धर्म स्वतन्त्रता अधिनियम में मुकदमा दर्ज किया।

वहीं टिहरी पुलिस द्वारा एक अभियुक्त को फर्जी आईएएस बनकर एक व्यक्ति से कैम्पटी क्षेत्र में निर्माणधीन गेस्ट हाउस का नक्शा पास करवाने के नाम पर 2 लाख 55 हज़ार रुपए ठगने पर प्रयागराज से गिरफ्तार किया है। हरिद्वार के कोतवाली ज्वालापुर निवासी एक महिला को जादू व उनकी समस्या दूर करने के नाम पर एक लखकी रकम ठगने वाले 2 तांत्रिकों को पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया।

जनपद हरिद्वार के पिरान कलियर में साबिर पाक का सालाना उर्स बीती 24.8.2025 से वर्तमान में प्रचलित है। कलियर उर्स में पूर्व में भी अवैध रूप से बांग्लादेशी नागरिकों के आने की सूचना प्राप्त होती रही है। इस सम्भावना पर एलआईयू द्वारा कार्यवाही करते हुए बीती 26 अगस्त को बंगाली भाषा बोलने वाले 2 बांग्लादेशी लोगो क्या अवैध रूप से भारत मे रहने पर गिरफ्तार किया था। दोनों बांग्लादेशियों को डिटेंशन सेंटर 40वीं वाहिनी पीएसी में भेजा गया है। बीएसएफ से तिथि मिलने पर उन दोनों को डिपोर्ट कर दिया गया है।

हरिद्वार पुलिस द्वारा चंडीघाट से भगवान शिवक भेष धारण कर लोगो को आशीर्वाद देने वाले एक बाबा को पकड़ा गया,जिसकी छानबीन करने पर वह थाना श्यामपुर पर पूर्व में दर्ज मु0अ0सं0: 72/2025 धारा 65 (1) बी०एन०एस व धारा 3/4(2) पोक्सो अधि० में वांछित मिला। उसके द्वारा नाबालिक लड़की को बहला फुसलाकर एवं झूठे प्रलोभन देकर उसके साथ दुष्कर्म करने के आरोप है। उक्त आरोपी खुद को परम ज्ञानी एवं त्रिकालदर्शी शिवभक्त बताकर भोली-भाली महिलाओं और छोटी बच्चियों को बहला फुसला कर एवं प्रसाद खिलाकर उनके साथ गलत कृत्य करता था।

आरोपी पर अपनी पत्नी से मारपीट, गाली-गलौच कर दहेज के लिए प्रताड़ित करने के आरोप में थाना मंडी जनपद सहारनपुर उत्तर प्रदेश में दहेज अधिनियम तथा भा.द.वि. की अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज है। हरिद्वार पुलिस द्वारा श्रावण कॉवड मेला के दृष्टिगत थाना क्षेत्रान्तर्गत दरगाह व कॉवड नहर पटरी के आस-पास गश्त /चैकिंग के दौरान बहरुपी बाबा जो कांवडियां भेष में तन्त्र-मन्त्र, जादू-टोना आदि की कलाओं को दिखाकर आमजन को अपनी ओर आकर्षित कर रहे थे।

इन बहरुपी बाबाओं के उक्त कृत्य से कांवडियों के भड़कने/उग्र होने से संज्ञेय अपराध घटित होने की सम्भावना के दृष्टिगत थाना पिरान कलियर पुलिस टीम द्वारा मौके पर से 03 बहरुपी बाबाओं को अन्तर्गत धारा 172 (2) बीएनएसएस के अन्तर्गत गिरफ्तार किया गया। उनमें से एक बाबा की जानकारी करने पर ज्ञात हुआ किवह 20 वर्ष पूर्व घर से कहीँ चले गए थे, जिसपर उनके परिजनों से संपर्क कर पुलिस द्वारा उक्त बाबा को उन्हें सुपुर्द किया गया।

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