12 करोड़ की एमडीएमए ड्रग फैक्ट्री का भंडाफोड़

12 करोड़ की एमडीएमए ड्रग फैक्ट्री का भंडाफोड़

देहरादून। उत्तराखंड पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) और तीन जिलों की पुलिस को एक बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। करोड़ों की एमडीएमए ड्रग फैक्ट्री का पर्दाफाश करते हुए गिरोह के मास्टरमाइंड कुनाल राम कोहली को गिरफ्तार कर लिया गया है। नानकमत्ता क्षेत्र से पकड़े गए आरोपी के कब्जे से बड़ी मात्रा में प्रतिबंधित कैमिकल, पाउडर और तैयार एमडीएमए बरामद की गई है। बरामद ड्रग्स की अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत करीब 12 करोड़ रुपये आंकी गई है।

पुलिस महानिदेशक दीपम सेठ ने मंगलवार को बताया कि गिरोह की गतिविधियां उत्तराखंड से लेकर नेपाल और महाराष्ट्र तक फैली हुई थीं। एसटीएफ की एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स (।छज्थ्) और स्थानीय पुलिस ने सयुंक्त कार्रवाई में इस गिरोह का भंडाफोड़ किया है। कार्रवाई के दौरान पुलिस ने 126 लीटर कैमिकल, 28 किलो पाउडर और 7.41 ग्राम एमडीएमए बरामद किया।

पिथौरागढ़ जिले के थल थाना क्षेत्र में आरोपी कुनाल कोहली ने मुर्गी फार्म की आड़ में एमडीएमए तैयार करने की अवैध फैक्ट्री लगा रखी थी। कैमिकल और उपकरणों की आपूर्ति बनारस, गाजियाबाद और ठाणे से की जा रही थी। गिरोह के सदस्य तैयार माल को मुंबई सहित विभिन्न राज्यों में सप्लाई करते थे। पकड़े गए आरोपी के खिलाफ महाराष्ट्र के ठाणे जिले में एनडीपीएस एक्ट के तहत कई मुकदमे दर्ज हैं। वह मुम्बई क्राइम ब्रांच को लंबे समय से वांछित चल रहा था।

एसटीएफ एसएसपी नवनीत भुल्लर ने बताया कि 31 मई को ठाणे में दो लोगों को 11 ग्राम एमडीएमए के साथ गिरफ्तार किया गया था। पूछताछ में उन्होंने उत्तराखंड के पिथौरागढ़ के थल क्षेत्र में फैक्ट्री की जानकारी दी। इसके बाद पुलिस ने 26 जून को वहां छापा मारा और कैमिकल बरामद किया, लेकिन आरोपी फरार हो गए।

जांच में सामने आया कि गिरोह के सरगना कुनाल कोहली, मोनू गुप्ता, भीम यादव, अमन कोहली और राहुल पहले नेपाल भाग गए थे। चम्पावत पुलिस ने जुलाई में राहुल की पत्नी ईशा को 5.6 किलो एमडीएमए के साथ गिरफ्तार किया, जो राहुल द्वारा तैयार की गई थी। इसके बाद एक-एक कर आरोपी पकड़े गए।

आरोपियों ने कबूला कि गैंडाखाली (टनकपुर) में पहले ड्रग्स फैक्ट्री चलाई गई थी, लेकिन साथी बल्ली राम गुप्ता की मुंबई में गिरफ्तारी के बाद उन्होंने पिथौरागढ़ शिफ्ट कर दी। फार्म हाउस में एकांत जगह पर ड्रग्स तैयार कर मुंबई भेजा जाता था।

ड्रग्स का स्टॉक जब तैयार हो गया और खरीदार नहीं मिला तो कुनाल व साथी नेपाल भाग गए। चम्पावत में पुलिस ने जब कुनाल के साथी राहुल को गिरफ्तार किया, तब कुनाल बचा हुआ कैमिकल डैम में फेंकने नानकमत्ता आया, जहां पुलिस ने उसे धर दबोचा।

डीजीपी दीपम सेठ ने मामले का खुलासा करने वाली पुलिस टीम को एक लाख रुपये का इनाम देने की घोषणा की है। इस पूरे अभियान में नेपाल पुलिस और एंटी नारकोटिक्स ब्यूरो का भी सहयोग रहा। तकनीकी और मैनुअल सूचनाएं साझा की जाती रहीं।

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